कोई लौटा दे फिर वही दिन... कोई लौटा दे फिर वही दिन...
तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी… तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी…
अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ... अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ...
सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से, सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से,
अब मैं पन्नों पर आंसू बहाता हूँ अब मैं पन्नों पर आंसू बहाता हूँ
माना मोहब्बत दो जिस्मों का मेल, कहाँ दिल लग जाये,जो इंसान समझ जाये, तो ख़ुदा बन जाये,मुझे भी हुई बेइं... माना मोहब्बत दो जिस्मों का मेल, कहाँ दिल लग जाये,जो इंसान समझ जाये, तो ख़ुदा बन ज...